HomeHow ToMeditation Kaise Kare:  मेडिटेशन के प्रकार, मेडिटेशन के फायदे और नुकसान

Meditation Kaise Kare:  मेडिटेशन के प्रकार, मेडिटेशन के फायदे और नुकसान

आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में मन और मस्तिष्क बिल्कुल भी एकाग्र नहीं है, हमारा मन और मस्तिष्क कई सारे कामों में लगा रहता है, जिसका असर स्वास्थ्य पर भी होता है, इस भागती-दौड़ती ज़िन्दगी में मन और शरीर को शांत रखना अक्सर लोग भूल जाते है.

शरीर भले थक जाए, पर अगर मन शांत रहे, तो शरीर सदैव स्वस्थ रहता है, शरीर और मन दोनों को शांत और स्वस्थ रखने का सबसे आसान और फायदेमंद तरीका है ‘मेडिटेशन’ करना, परन्तु कई लोगों को पता नहीं होता कि मेडिटेशन क्या है एवं Meditation Kaise Kare जो आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे है.

मैडिटेशन यानि ध्यान एक ऐसी तकनीक है जिससे मन शांत और दिमाग स्थिर रहता है। आपका मन जितना शांत रहेगा, काम में उतना अधिक ध्यान लगेगा। इसलिए, हर दिन थोड़े वक़्त के लिए ही सही, पर Meditation करना ज़रूरी है,पर मेडिटेशन का मतलब सिर्फ आँखें बंद करके बैठना नहीं होता.

ध्यान या Meditation Karne Ka Sahi Tarika होता और अगर आप नहीं जानते कि मेडिटेशन कैसे करें? Meditation Ki Shuruat Kaise Kare और एक जगह पर ध्यान केंद्रित कैसे करें, तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक ज़रूर पढ़िए और जानिए मेडिटेशन (ध्यान) क्या है और Meditation Kaise Karen की जानकारी विस्तार में.

Meditation Kaise Kare ( मेडिटेशन कैसे करे )

1) एक शांत और आरामदायक जगह खोजें

ध्यान में पहला कदम एक शांत और आरामदायक जगह की तलाश करना है जहां आप कुछ मिनटों के लिए आराम से बैठ सकें। ऐसी जगह चुनें जहां शोर या विकर्षण (Distractions) आपको बाधित न करें सके। यह आपके घर का एक कमरा, एक पार्क, या कोई भी स्थान हो सकता है जो शांतिपूर्ण और Distractions से मुक्त हो.

2) आरामदायक मुद्रा में बैठो

एक बार जब आपको एक शांत और आरामदायक जगह मिल जाए तो अपनी पीठ सीधी रखते हुए एक आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं। आप एक कुर्सी पर, फर्श पर एक कुशन के साथ, या एक क्रॉस-लेग्ड स्थिति में बैठ सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आपकी पीठ सीधी है लेकिन कठोर नहीं है, और आपके कंधे आराम से हैं.

3) अपनी आंखें बंद करो और सांस लो

अपनी आंखें बंद करें और अपनी नाक के माध्यम से अपने फेफड़ों को हवा से भरते हुए गहरी सांस लें। कुछ सेकंड के लिए अपनी सांस रोकें, फिर अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें.

अपनी सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को ध्यान से देखें और सांस अंदर और बाहर लेते समय अपने शरीर में होने वाली संवेदनाओं को महसूस करें, अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस प्रक्रिया को कुछ बार दोहराएं.

4) अपनी सांस पर ध्यान दें

जैसे ही आप सांस लेना जारी रखते हैं, अपना ध्यान अपनी सांस पर केंद्रित करें। अपने शरीर में हवा के अंदर और बाहर जाने की अनुभूति पर ध्यान दें। यदि आपका मन भटकता है, तो धीरे से इसे अपनी सांसों पर वापस लाएं। ध्यान केंद्रित रहने में आपकी मदद करने के लिए आप अपनी सांसें गिन सकते हैं या फिर कोई मंत्र का उच्चारण कर सकते है जैसे ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ आदि.

5) छोटे सत्रों से शुरू करें

यदि आप शुरुआत कर रहे हैं, तो 5 से 10 मिनट के छोटे ध्यान सत्रों से शुरुआत करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं क्योंकि आप अभ्यास के साथ अधिक सहज हो जाते हैं। यदि आप शुरुवात में ही लम्बे समय तक ध्यान करोगे तो ये आपके लिए मुश्किल होगा और आपको ध्यान जैसी चीजे कठिन लगने लगेगी.

6) अपने विचारों को जाने दो

जैसे ही आप अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करते हैं, आपका मन भटकना शुरू हो सकता है और मन में कई तरह के विचार आ और जा सकते हैं। इन विचारों को स्वीकार करें, लेकिन उन पर ध्यान केन्द्रित न करें। उन्हें जाने दें और अपना ध्यान अपनी सांसों पर वापस लाएं.

7) वर्तमान में उपस्थित रहें

जैसे-जैसे आप सांस लेना और आराम करना जारी रखते हैं, वैसे-वैसे अपने वर्तमान पल में मौजूद रहने की कोशिश करें। अतीत या भविष्य की चिंता मत करो, बस वर्तमान क्षण पर ध्यान दो.

8) अपने साथ धैर्य रखें

अपने ध्यान अभ्यास के दौरान बेचैन या विचलित महसूस करना सामान्य है, खासकर जब आप अभी शुरुआत कर रहे हों। अपने साथ धैर्य रखें और प्रक्रिया पर भरोसा रखें। समय के साथ, आप ध्यान केंद्रित करने और मौजूद रहने की अपनी क्षमता में सुधार देखेंगे.

9) इसे रोजाना की आदत बनाएं

रोजाना एक ही समय पर ध्यान करने की कोशिश करें, इससे यह एक आदत बन जाती है। ध्यान को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना तब आसान हो जाता है जब आप इसे हर दिन एक ही समय पर करने के लिए प्रतिबद्ध हों और तब ध्यान आपके लिए और भी आसान हो जाता है.

10)  अपना ध्यान समाप्त करें

जब आप अपना ध्यान समाप्त करने के लिए तैयार हों, तो धीरे-धीरे अपनी आँखें खोलें और कुछ गहरी साँसें लें। आप कैसा महसूस करते हैं, इस पर ध्यान देने के लिए कुछ समय निकालें। आप अधिक आराम, केंद्रित और शांत महसूस कर सकते हैं.

ध्यान आपके समग्र कल्याण को बेहतर बनाने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है। इन युक्तियों का पालन करके और ध्यान को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर, आप नियमित ध्यान अभ्यास से मिलने वाले कई लाभों का अनुभव कर सकते हैं.

संक्षेप में, ध्यान एक मूल्यवान उपकरण है जो आपको तनाव कम करने, आपका ध्यान केंद्रित करने में सुधार करने और आपके समग्र कल्याण को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इन युक्तियों का पालन करके और स्वयं के साथ धैर्य रखते हुए, आप एक नियमित ध्यान अभ्यास स्थापित कर सकते हैं जो आपको लघु और दीर्घावधि दोनों में लाभान्वित करेगा.

Meditation Ke Prakar ( मेडिटेशन के प्रकार )

Meditation कई तरह से किया जा सकता है। आप घर पर बैठकर भी मेडिटेशन कर सकते है, सोते हुए भी कर सकते है और चलते-चलते भी कर सकते है। मेडिटेशन के 5 मुख्य प्रकार इस तरह है –

Deep Meditation

डीप मेडिटेशन का अर्थ है कि आपका मन जागरूकता की सतह से सुक्ष्म जागरूकता को होते हुए, अंतः बिना किसी जागरूकता की स्तिथि में चला जाएगा। आपका मन हज़ारो विचारों को पीछे छोड़ते हुए बिलकुल गहराई तक पहुंच जाएगा जहाँ किसी भी तरह का कोई विचार उस तक नहीं पहुंच सकेगा.

Third Eye Meditation

तृतीय नेत्र ध्यान आपके मन को एकाग्र करने में सबसे अधिक फायदेमंद है। इसमें आपको अपना ध्यान अपने Eyebrows के बीच स्तिथ तीसरे नेत्र पर लगाना होता है और धीरे-धीरे अपनी सांसों की गति को समझना पड़ता है.

Mindfulness Meditation

माइंडफुलनेस मेडिटेशन में आप अपने विचारों पर या अपने श्वास पर अपना ध्यान क्रेंद्रित करते है,और उनको Observe करते है। इससे आपकी एकाग्रता शक्ति में वृद्धि होती है और इसे आप कभी भी और कहीं भी Practice कर सकते है.

Om Shanti Meditation

ॐ शांति मेडिटेशन में आपको अपना ध्यान एक Point Of Light पर केंद्रित करना होता है और धीरे-धीरे अपनी सभी चिंताओं को मस्तिष्क से हटाते जाना होता है। इससे शरीर को बहुत ठंडक पहुँचती है.

Mantra Meditation

मंत्र मेडिटेशन में आपका ध्यान एक शब्द या ध्वनि पर केंद्रित होता है, जैसे – ‘ॐ‘। इस शब्द का उच्चारण करते-करते आपका ध्यान पूरी तरह से आपके वातावरण में लीन हो जाता है। यह आपके जागरूकता को गहराई तक अनुभव करने की क्षमता को बढ़ाता है.

Meditation Ke Fayde ( मेडिटेशन के फायदे )

Meditation Doctors द्वारा लगभग सभी Patients को Recommend किया जाता है। ये एक ऐसा इलाज है जिसका कोई Side Effect नहीं है। Stress, Anxiety, Heart Disease, Insomnia, किसी भी तरह की परेशानी का ये एक बहुत ही असरदायक इलाज है.

मेडिटेशन के फायदें कुछ इस तरह है

  • Mental और Physical Health, दोनों को स्वस्थ रखने में मेडिटेशन काफी मदद करता है.
  • मेडिटेशन तनाव कम करने में मदद करता है.
  • यह गलत लतो, जैसे- Smoking, Drinking, नशा, से छुटकारा पाने में भी मदद करता है.
  • यह आपके Concentration Level (एकाग्रता) को बहुत अधिक बढ़ाता है और आपको काफ़ी हद तक शांत भी बनाता है.
  • मेडिटेशन करने से अनिंद्रा (Insomnia) की बीमारी में भी काफ़ी राहत मिलती है.
  • मेडिटेशन करने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है, और Blood Pressure और Sugar भी Control में रहता है.

मेडिटेशन कैसे करें – Meditation Kaise Kare

1. सही समय

मेडिटेशन के लिए समय का अपना एक अलग महत्व होता है। यही वजह है कि मेडिटेशन करने के लिए सूर्योदय के समय को सबसे अच्छा माना जाता है। कारण यह है कि सुबह के समय आपका शरीर तनाव मुक्त और नई ऊर्जा से भरपूर होता है। इसलिए, अगर आप मेडिटेशन करने की सोच रहे हैं, तो सुबह 6 से 7 बजे के बीच का समय चुनाव के लिए बेहतर माना जा सकता है.

2. शांत वातावरण

मेडिटेशन करने के लिए दिमाग का शांत होना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर आपका ध्यान अन्य चीजों में लगा रहेगा, तो मन को एकाग्रचित कर पाने में आप सक्षम नहीं हो पाएंगे, इसलिए, शांत वातावरण यानी एकांत का होना बहुत जरूरी है  नहीं तो मेडिटेशन करने में आपको दिक्कत महसूस होगी। साथ ही व्यापक परिणाम भी हासिल नहीं हो पाएंगे। इसलिए, जरूरी है कि मेडिटेशन को शुरू करने से पहले आप यह सुनिश्चित कर लें कि इसके लिए आपने जिस जगह का चुनाव किया है, वह शोर-शराबे से मुक्त हो.

3. आरामदायक कपड़ों का चयन

 मेडिटेशन में कपड़ों का चुनाव भी अहम भूमिका निभाता है। कारण यह है कि अगर आप चुस्त कपड़ों का चयन करते हैं, तो वह आपके ध्यान को भटकाने का काम कर सकते हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि इस दौरान हल्के और आरामदायक कपड़ों को इस्तेमाल में लाया जाए.

4. वार्म अप

अब आती है मेडिटेशन के लिए अंतिम पड़ाव की बात। बता दें सही समय, शांत दिमाग और सही कपड़ों का चयन करने के बाद मेडिटेशन शुरू करने से पहले हल्का वार्म अप (15 से 20 मिनट) जरूर करें इससे पूरे शरीर में खून का संचार होना शुरू हो जाएगा, जो मेडिटेशन की प्रक्रिया में मददगार साबित होता है। इसके बाद आप मेडिटेशन के कई तरीकों में से किसी एक का चुनाव कर इस प्रक्रिया को अंजाम दे सकते हैं। मेडिटेशन के नियमों को जानने के बाद अब हम आपको इसके प्रकारों के बारे में बताएंगे.

5. पेट खाली होना

विशेषज्ञों के मुताबिक मेडिटेशन खाली पेट ही करना चाहिए, इससे आप अपने शरीर की सारी ऊर्जा का इस्तेमाल ध्यान केंद्रित करने में कर पाएंगे। साथ ही यह आपको बेहतर परिणाम हासिल करने में मदद करेगा.

6. गहरी सांस

मेडिटेशन के दौरान आपको गहरी सांस लेनी चाहिए और फिर उसे धीरे-धीरे बाहर छोड़ना चाहिए। साथ ही आपको इस प्रक्रिया को करने में अपने पूरे ध्यान को लगाने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से मन शांत होता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है.

मेडिटेशन टिप्स जानने के बाद अब हम इससे संबंधित कुछ सावधानियों के बारे में बात करेंगे.

Conclusion – Meditation Kaise Kare

अपने जीवन में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए मेडिटेशन सबसे अच्छा माध्यम है, इससे आपके शरीर के साथ आपका मन भी स्वस्थ और एक नई ऊर्जा से भरपूर रहेगा.

तो ये थी मेडिटेशन कैसे किया जाता है की पूरी जानकारी (Meditation in Hindi)। उम्मीद है इस पोस्ट ‘मैडिटेशन इन हिंदी’ को पढ़कर आप समझ गए होंगे कि Meditation Kaise Karte Hain, Meditation Kya Fayde Hote Hai और मेडिटेशन कब करना चाहिए.

अगर आप अपने दोस्तों तक भी मेडिटेशन के फायदे और Meditation Kaise Karen Hindi Mein को पहुंचाना चाहते है तो हमारे इस आर्टिकल को उनके साथ ज़रूर Share कीजिये और अगर आपको हमारा यह लेख ‘मेडिटेशन क्या है और कैसे करें’ पसंद आया हो, या आपके पास हमारे लिए कोई प्रश्न हो, तो उसे Comment में लिखकर हमें बताए.

Devender Kumar
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